ये डरपोक टीम क्या जीतेगी विश्व कप, पकिस्तानी गरजे भारत पर
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आखिरकार वही हुआ, जिसका डर था। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर छठी बार वर्ल्ड कप जीत लिया। टीम इंडिया के फैंस की पूजा, हवन, कामना कुछ काम नहीं आ रहा है ट्रेविस हेड के आगे। वह जैसा खेल रहे हैं, उनके आगे अभी कोई भी गेंद नहीं काम करने वाली है, कोई भी गेंदबाज नहीं काम करने वाला है। अलग लेवल के कॉन्फिडेंस पर हैं वह। जब जसप्रीत बुमराह को 14 रन पड़ रहे हैं, एक ओवर में। तो अब किससे ही उम्मीद कर सकते हैं मुकाबला बचाने की। स्पिनर्स को तो धोकर रख देंगे दोनों बैटर्स। वह इतने सेट हो चुके हैं कि उन्हें बॉल फुटबॉल कीतरह नज़र आ रही होगी। ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा तो हमसे ओस मुकाबला छीन रही है। सबकुछ हाथ से निकल रहा है, चौके पर चौके जड़ रहे हैं ट्रेविस हेड।
जितनी अच्छी फील्डिंग ऑस्ट्रेलिया ने की थी, उतनी ही स्लॉपी फील्डिंग कर रही हगै टीम इंडिया। हर एक्सट्रा रन टीम को मैच से बाहर ले ज रहा है। 17 रन एक्स्ट्राज में दे चुकी है टीम इंडिया। टीम इंडिया को वापसी करनी है तो किसी भी हाल में रनों पर लगाम लगानी होगी। तेजी से रन कम होते जा रहे हैं। एक ओवर दो बाउंड्रीज देना गुनाह जैसा है आज के मुकाबले में। मोहम्मद शमी हों, मोहम्मद सिराज हों, कुलदीप यादव हों या रवींद्र जाडेजा सबको धुन रहे हैं ट्रेविस हेड। इतनी स्लो पिच पर गेंद आगे रखने की जरूरत ही क्या है। ऑन द राइज बड़े शॉट मारते हैं हेड।
कट ड्राइव सब आसानी से लगा रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के बैटर्स। उन्हें रन भी मिल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया वालों से सीखो, उन्होंने कैसे फील्डिंग की है। यह राम का देश है, उन्होंने लक्ष्मण को रावण से शिक्षा लेने भेज दिया था। वह तो दुश्मन था। हम तो खाली अपोनेंट हैं, सीख लो भाई। ट्रेविस हेड खतरनाक होते जा रहे हैं, इनका विकेट किसी भी कीमत पर निकालना होगा। दूसरी ओर मार्नश लबुशेन जा रहे हैं सिंगल लेने, मिल चौका रहा है। ऐसे कैसे मुकाबला जीतेंगे भई?
टीम इंडिया जैसे गजनी बन गई है, हर 15 मिनट में भूल जाती है कि उसने बहुत कम रन बनाए हैं। रन नहीं खर्च करने हैं, रन बचाते हुए विकेट निकालने हैं। दिल जशन-जशन बोले गाना बज रहा है, मेरा दिल तो तभी जशन बोलेगा, जब ट्रेविस हेड आउट हो जाएंगे। सब मुश्किल में हैं, वह कितने आराम से खेले जा रहे। अभी तक आज का मैच वनडे तो कम टेस्ट ज्यादा लगा है। एक ही दो प्लेयर खुलकर शॉट्स खेले हैं। बाकी इतने ज्यादा डिफेंसिव हैं कि बार-बार शक हो रहा व्हाइट बॉल गेम ही चल रहा कि नहीं? टीम इंडिया को अटैकिंग गेम बनाकर रखना होगा। लगातार अंतराल पर विकेट निकालने होंगे। वरना उधर साझेदारी बढ़ती जाएगी, इधर मुकाबला हाथ से बाहर निकलता जाएगा।
अब टीम इंडिया वो हथियार लेकर आई है, जिससे ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा डर लगता है। माने, स्पिन। टीम इंडिया के स्पिनर्स कुलदीप यादव और रवींद्र जाडेजा तो टॉप फॉर्म में हैं। ऑस्ट्रेलिया को बहुत ज़ोर लगाना होगा, यहां से वापसी के लिए। ट्रेविस हेड को कोई आउट करो भाई, ये खतरनाक होते जा रहे हैं। किस्मत भी साथ दे रही है, उनका तो। गेंद बल्ले पर कहीं भी लगे, रन मिल रहे हैं। राट कोहली ने मार्नश लबुशेन को आंख दिखाई। क्राउड से और शोर मचाने का इशारा किया। कंगारू अब प्रेशर फील कर रहे हैं।
टीम इंडिया धीरे-धीरे रंग में लौट रही है। गेंदें डॉट पर डॉट हो रही हैं। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच और स्लो होती जाएगी। गेंद फंसकर आएगी, रन बनाने मुश्किल होते जाएंगे। टीम इंडिया की गेंदबाजी में पैनापन धीरे-धीरे लौट रहा है। दो विकेट तो हाथ में आ ही चुके हैं। बस अब कंट्रोल कायम रखना है, ज्यादा एक्साइटमेंट सब बिगाड़ सकती है। ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह फटाफट विकेट चटकाए हैं, जैसे ठेका लेकर 22 लोगों का काम 11 लोगों ने कर दिया हो। कम आदमी रखे, पैसे बचा लिए ठेकेदार ने।