काव्या मारन की टीम को कौन कर रहा ब्लैकमेल, IPL 2025 के बीच SRH उठा सकती है सनसनीखेज कदम

सनराइजर्स हैदराबाद ने बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल से हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन की लगातार 'ब्लैकमेलिंग' को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है, हालांकि, राज्य संघ ने फ्रेंचाइजी के आरोपों को खारिज कर दिया है। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को भेजे गए ईमेल में सनराइजर्स ने कहा कि अगर एचसीए इसी तरह की धमकियां देना जारी रखता है, खासकर मुफ्त पास के लिए, तो वे अपने घरेलू मैच दूसरे राज्यों में खेलने पर विचार कर सकते हैं।
हैदराबाद टीम के साथ बवाल!
सनराइजर्स के एक शीर्ष अधिकारी ने लिखा, 'मैं एचसीए द्वारा सनराइजर्स हैदराबाद टीम को लगातार ब्लैकमेल करने पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए यह पत्र लिख रहा हूं। ऐसा बार-बार हो रहा है और मुझे लगता है कि बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को अब तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।' अधिकारी ने कहा कि एसोसिएशन को मुफ्त पास के आवंटन के संबंध में फ्रेंचाइजी से स्पष्टीकरण की आवश्यकता है। आमतौर पर कुल टिकटों का 5 फीसदी हिस्सा दिया जाता है.
उन्होंने कहा, 'हम फ्रेंचाइजी द्वारा एचसीए को दिए गए मुफ्त टिकटों पर स्पष्टीकरण चाहते हैं. एचसीए के अध्यक्ष जगन मोहन राव, कोषाध्यक्ष और सचिव लगातार सनराइजर्स हैदराबाद के प्रबंधन को धमकी दे रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे हैदराबाद में आईपीएल मैच नहीं होने देंगे। टीम के एक अधिकारी ने कहा कि अगर स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ तो वे सनराइजर्स का मैच दूसरे राज्य में कराने पर विचार कर सकते हैं.
विवाद बढ़ता ही जा रहा है
उन्होंने कहा, 'यह सत्ता का दुरुपयोग है. यह मुद्दा पिछले साल भी उठा था और इस बार भी स्थिति वैसी ही है. अगर हालात ऐसे ही रहे तो सनराइजर्स के मैच दूसरे राज्यों में हो सकते हैं. एचसीए अध्यक्ष जगन मोहन राव ने एक सर्कुलर में कहा, 'एचसीए को सनराइजर्स प्रबंधन से कोई आधिकारिक ईमेल नहीं मिला है. सोशल मीडिया पर चल रही इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने कहा, 'अगर ईमेल वास्तव में प्राप्त हुआ है तो एचसीए या सनराइजर्स के आधिकारिक ईमेल के बजाय किसी अज्ञात ईमेल के जरिए जानकारी लीक करने के पीछे क्या साजिश है. यह कुछ लोगों द्वारा एचसीए और सनराइजर्स की छवि खराब करने की साजिश है।'