न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने पुरे करियर से ज्यादा रन, पाकिस्तान के खिलाफ एक वनडे मैच में ठोके, 1 रन से टूटते टूटते बचा ये रिकार्ड

न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने पुरे करियर से ज्यादा रन, पाकिस्तान के खिलाफ एक वनडे मैच में ठोके, 1 रन से टूटते टूटते बचा ये रिकार्ड

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। हैमिल्टन वनडे में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान के सामने 293 रनों का लक्ष्य रखा। पहले बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 292 रन बनाए। नेपियर की तरह हैमिल्टन में भी न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी स्थिति खराब थी। पहले 3 विकेट 100 रन पर गिरने के बाद अगले 3 विकेट सिर्फ 32 रन पर गिर गए। लेकिन, नेपियर की तरह, मार्क चैपमैन भी टीम के रक्षक बन गये। इसी तरह हैमिल्टन में 24 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज मिशेल हे ने भी यही भूमिका निभाई है। इस भूमिका को निभाते हुए, मिशेल हे ने पाकिस्तान के खिलाफ हैमिल्टन वनडे में इतने रन बनाए जितने उन्होंने अपने पूरे पिछले वनडे करियर में नहीं बनाए थे।

शतक का जादू 1 रन से बच गया।
हैमिल्टन वनडे में पाकिस्तान के खिलाफ 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मिशेल हे ने 78 गेंदों पर नाबाद 99 रन बनाए। इसका मतलब है कि वह सिर्फ 1 रन से अपना शतक चूक गए। अगर वह 1 रन भी बना लेते तो अपने वनडे करियर का पहला शतक बना सकते थे। खैर, शतक पूरा न कर पाने के बावजूद यह पारी उनके लिए कई मायनों में खास है।

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पाकिस्तान के खिलाफ एक वनडे में अपने करियर के सर्वोच्च स्कोर से अधिक रन बनाए।
पाकिस्तान के खिलाफ मिशेल हे की 99 रन की पारी उनके वनडे करियर की सबसे बड़ी पारी और सर्वोच्च स्कोर है। मिशेल स्टार्क अपने वनडे करियर में अब तक खेले गए सभी पांच मैचों में इतने रन नहीं बना पाए हैं। उन्होंने अपने करियर के आखिरी 5 वनडे मैचों में कुल सिर्फ 59 रन बनाए थे, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था। लेकिन, हैमिल्टन में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए अपने करियर के छठे वनडे में मिशेल हे 99 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी पारी में 7 छक्के और 7 चौके शामिल थे।

मैंने इससे पहले कभी इतने छक्के नहीं मारे, इतने रन नहीं बनाए, या इतनी गेंदें नहीं फेंकी।
इसका मतलब यह है कि मिशेल हे ने हैमिल्टन में पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ एक मैच में ही उतने ही छक्के, चौके और रन बना डाले जितने उन्होंने अपने वनडे करियर के पहले पांच मैचों में बनाए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने इससे पहले कभी भी एक पारी में 78 गेंदों का सामना नहीं किया था। एक पारी में फेंकी गई गेंदों की यह संख्या उनके करियर के पहले 5 वनडे मैचों से भी ज्यादा है, जहां उन्होंने कुल केवल 73 गेंदें फेंकी थीं।

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