'हमारे जमाने में हम खुद...' दौरे पर परिवार के साथ नहीं रहने वाले BCCI के फैसले पर कपिल देव का आया बयान

अनुभवी क्रिकेटर कपिल देव इस पक्ष में हैं कि भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी दौरों पर अपने परिवारों के साथ जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में संतुलित दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। कपिल ने कहा, 'हमारे समय में बीसीसीआई नहीं, बल्कि हम खुद कहते थे कि दौरे के शुरुआती चरण में क्रिकेट खेला जाना चाहिए।' इसके बाद, परिवार के साथ रहने का आनंद लेना चाहिए। इसमें संतुलन होना चाहिए।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद बीसीसीआई ने निर्देश जारी किया था कि क्रिकेटर 45 दिनों से अधिक के दौरे पर अपने परिवार को अधिकतम 14 दिनों तक अपने साथ रख सकते हैं। इससे कम अवधि की यात्रा पर आप अपने परिवार को केवल एक सप्ताह तक ही अपने साथ रख सकते हैं। 1983 विश्व कप में टीम को जीत दिलाने वाले कपिल ने कहा, ‘‘यह क्रिकेट बोर्ड का फैसला है। आपको परिवार की जरूरत है, लेकिन आपको हमेशा टीम के साथ भी रहना होगा।
अब हम टी-20 का मजा गोल्फ में भी लाएंगे।
कपिल देव ग्रांट थॉर्नटन गोल्फ टूर्नामेंट के माध्यम से खेल में टी-20 का स्वाद जोड़ेंगे। यह टूर्नामेंट प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई) द्वारा प्रस्तुत मिश्रित प्रारूप में होगा। पहली बार शीर्ष महिला और पुरुष गोल्फ खिलाड़ी 2 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट में एक साथ खेलेंगे। पीजीटीआई और महिला गोल्फ एसोसिएशन संयुक्त रूप से 23 से 26 अप्रैल तक बेंगलुरु के प्रेस्टीज गोल्फ शायर में टूर्नामेंट का आयोजन करेंगे। कपिल ने कहा, ‘‘यह गोल्फ ऐसा कुछ है जो पहली बार हो रहा है।’’ हम कम समय में खेल में टी-20 जैसा रोमांच लाना चाहते हैं। हमें अभी गोल्फ कोर्स पर अधिक गोल्फ खिलाड़ियों और प्रायोजकों की आवश्यकता है।