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कभी सचिन का दिखा कमाल तो इन बल्लेबाजों ने मचाया धमाल, ये है वनडे के आज तक के 6 'अटूट' रिकॉर्ड्स

 

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। क्रिकेट की दुनिया में वनडे फॉर्मेट का महत्व आज भी कायम है. टेस्ट के बाद वनडे ही ऐसा प्रारूप है जिसमें खिलाड़ियों के वास्तविक प्रदर्शन को पहचान मिलती है. इस फॉर्मेट में खिलाड़ियों को कभी समझदारी से तो कभी तेज बल्लेबाजी करनी पड़ती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण सूर्यकुमार यादव हैं जो टी20 में तो माहिर हैं लेकिन वनडे में हमेशा फेल रहे हैं. लेकिन विश्व क्रिकेट में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो इस फॉर्मेट के बादशाह साबित हुए. आइए एक नजर डालते हैं पांच अटूट वनडे रिकॉर्ड्स पर।

एंजेलो मैथ्यूज

श्रीलंकाई दिग्गज एंजेलो मैथ्यूज के नाम भी एक शर्मनाक रिकॉर्ड है। वनडे वर्ल्ड कप में वह टाइम आउट का शिकार हुए थे. वह क्रिकेट के इतिहास में टाइम आउट घोषित होने वाले पहले बल्लेबाज बने। हालांकि इस फैसले पर जमकर हंगामा हुआ. ये घटना बांग्लादेश के खिलाफ घटी.

सनथ जयसूर्या

श्रीलंकाई दिग्गज सनथ जयसूर्या के नाम भी एक बड़ा रिकॉर्ड है। लेकिन ये एक शर्मनाक रिकॉर्ड है. जयसूर्या अपने वनडे करियर में कुल 16 बार गोल्डन डक का शिकार हुए हैं। अभी तक कोई भी बल्लेबाज इस आंकड़े तक नहीं पहुंच सका है.

विराट कोहली

विराट कोहली ने आधुनिक क्रिकेट में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए. लेकिन उनका एक रिकॉर्ड अटूट लगता है. उन्होंने वनडे फॉर्मेट में सिर्फ 205 पारियों में 10000 रन बनाए. इस रिकॉर्ड को तोड़ना लगभग नामुमकिन है.

खुर्रम खान

इस लिस्ट में यूएई के क्रिकेटर खुर्रम खान का भी वनडे में सबसे अच्छा रिकॉर्ड है। उन्होंने सबसे कम उम्र में सबसे लंबी पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। खुर्रम खान ने 43 साल की उम्र में 162 रन बनाए.

सचिन तेंडुलकर

'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने कई विश्व रिकॉर्ड बनाए। जिनमें से कुछ टूट चुके हैं और कुछ टूटने की कगार पर हैं। लेकिन उनके नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन है. मास्टर ब्लास्टर ने साल 1998 में 34 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 9 शतक और 7 अर्धशतक के साथ पूरे साल 1894 रन बनाए. यह रिकॉर्ड आज भी कायम है.

ग्लेन मैक्सवेल

ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 में एक शानदार रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 201 रनों की तूफानी पारी खेली और टीम को जीत दिलाई. चौंकाने वाली बात ये है कि ये रिकॉर्ड मैक्सवेल ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाया था. किसी भी बल्लेबाज के लिए नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक लगाना लगभग नामुमकिन है.