IPL 2025: महेंद्र सिंह धोनी को लेकर मैथ्यू हेडन ने कही ऐसी बात फैंस को आ गया गुस्सा, मच गया क्रिकेट जगत में बवाल

 
IPL 2025: महेंद्र सिंह धोनी को लेकर मैथ्यू हेडन ने कही ऐसी बात फैंस को आ गया गुस्सा, मच गया क्रिकेट जगत में बवाल

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल 2025 में जब सीएसके और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मैच खेला जा रहा था तो मैथ्यू हेडन कमेंट्री बॉक्स में मौजूद थे। सीएसके के पूर्व खिलाड़ी हेडन ने एमएस धोनी के खराब फॉर्म के बारे में बात की और कहा कि धोनी इस सीजन में अपनी टीम के लिए मैच फिनिश करने में विफल रहे हैं। 2010 में चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल में जीत दिलाने वाले हेडन ने अपनी स्पष्ट राय दी और कहा कि उनका मानना ​​है कि धोनी का क्रिकेट करियर अब समाप्ति की ओर है।

इस मैच में धोनी ने 26 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, जिसमें एक चौका और एक छक्का शामिल था। हेडन ने उनकी धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की और कहा कि जब रन रेट तेजी से बढ़ रहा था तब भी धोनी और विजय शंकर तेजी से रन नहीं बना सके। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज हेडन ने आगे कहा कि धोनी को अब क्रिकेट छोड़ कर कमेंट्री बॉक्स में आकर उनके साथ बैठना चाहिए।

मैथ्यू हेडेन ने यह कहा
मैथ्यू हेडन ने कमेंट्री के दौरान कहा, "एमएस धोनी को इस मैच के बाद हमारे कमेंट्री बॉक्स में आना चाहिए। अब वह अपना क्रिकेटिंग टच खो चुके हैं। उनका क्रिकेट करियर खत्म हो चुका है। सीएसके के लिए बहुत देर होने से पहले उन्हें यह स्वीकार कर लेना चाहिए।"

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आईपीएल 2025 में एमएस धोनी का अब तक का प्रदर्शन
एमएस धोनी का प्रदर्शन इस सीजन कुछ खास नहीं रहा है। उन्होंने अब तक 4 पारियों में 138.18 की स्ट्राइक रेट से कुल 76 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 30* रन है, जो उन्होंने 16 गेंदों पर बनाए। धोनी का योगदान ज्यादातर ऐसे मौकों पर देखने को मिला जब सीएसके लगभग मैच हार चुकी थी या जीतने की उम्मीद बहुत कम थी। इस सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ सीएसके की एकमात्र जीत में धोनी ने सिर्फ दो गेंदें खेलीं और 0 रन बनाकर नाबाद रहे।

उन्होंने आरसीबी के खिलाफ 30* रन बनाए, लेकिन तब टीम को अंतिम 28 गेंदों में 98 रनों की जरूरत थी, जो काफी मुश्किल था। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ वह उस समय क्रीज पर आये जब 25 गेंदों पर 54 रन की जरूरत थी और उन्होंने 11 गेंदों पर 16 रन बनाये। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ धोनी उस समय बल्लेबाजी करने आए जब टीम को 56 गेंदों पर 110 रनों की जरूरत थी। उस समय धोनी और विजय शंकर आखिरी उम्मीद थे, लेकिन दोनों ने तेजी से रन बनाने की कोशिश नहीं की। इस मैच में धोनी ने 26 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए।