बांग्लादेशी क्रिकेट दुनिया में शर्मसार, शाकिब अल हसन पर लगे ये घिनौने आरोप, क्या जाऐंगे जेल?

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। बांग्लादेश के मशहूर क्रिकेटर शाकिब अल हसन, जो कभी देश के भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) का चेहरा थे, अब मुश्किलों में घिर गए हैं। वही शाकिब, जिन्होंने एसीसी भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन शुरू की और स्वच्छ प्रशासन के लिए अभियान चलाया, अब उन पर गंभीर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है और वे जांच के दायरे में हैं।
वित्तीय घोटालों और अवैध गतिविधियों की जांच में नाम सामने आया
शाकिब अल हसन, जो कभी एसीसी (भ्रष्टाचार निरोधक आयोग) के प्रचार पोस्टरों पर नजर आते थे, अब खुद उसी संगठन की जांच के दायरे में आ गए हैं। इसे उनकी छवि के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। रविवार को एसीसी के चेयरमैन मोहम्मद अब्दुल मोमेन ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के पूर्व ऑलराउंडर शाकिब के खिलाफ प्रारंभिक जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या शाकिब अब भी एसीसी से जुड़े हैं तो उन्होंने कहा, "हमें डर है कि एक दिन ऐसा आएगा जब शाकिब खुद एसीसी मामले का हिस्सा बन जाएंगे।" जांच अभी भी जारी है, लेकिन हालात साफ तौर पर संकेत दे रहे हैं कि अगर कोई भी आरोप सही निकला तो शाकिब को कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शाकिब अल हसन के खिलाफ आरोपों की सूची
अगस्त 2023 में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट के वकील मिलहानुर रहमान नाओमी ने पहली बार शाकिब अल हसन पर गंभीर आरोप लगाए और उनके वित्तीय लेन-देन की जांच की मांग की। शाकिब के खिलाफ लगाए गए आरोप इस प्रकार हैं:
संसद से पुलिस द्वारा सीधे निशाना बनाया गया
5 अगस्त 2024 को अवामी लीग सरकार के पतन के बाद स्थिति और खराब हो गई। शाकिब, जो कभी संसद सदस्य भी थे, अब पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित कई अन्य लोगों के साथ हत्या के मामले में एक संदिग्ध के रूप में उभरे हैं। यह मामला ढाका के अडाबोर इलाके में रूबेल नामक एक कपड़ा मजदूर की हत्या से जुड़ा था।
जैसे ही यह मामला सामने आया, शाकिब के लिए कई दरवाजे बंद हो गए। उन्हें बांग्लादेश की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम से बाहर कर दिया गया। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को एक कानूनी नोटिस भी भेजा गया, जिसमें शाकिब को देश वापस लाने की मांग की गई।
उल्लेखनीय है कि 2018 में शाकिब को भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था। उन्होंने स्वयं 106 भ्रष्टाचार विरोधी हॉटलाइन शुरू की।